और भी फिर मनुष्य अपने आप को बुद्धिमान समझता है। और भी फिर मनुष्य अपने आप को बुद्धिमान समझता है।
उसके मन में संतुष्टि का भाव था कि उसने कोई पाप नहीं किया था। मानव सेवा करके उसने सही अर्थो में पुण्य... उसके मन में संतुष्टि का भाव था कि उसने कोई पाप नहीं किया था। मानव सेवा करके उसने...
पूरी प्रकृति में ईश्वर का अंश है। मैंने जल ईश्वर को ही अर्पित किया। निर्वाण का ये भी एक पथ है। पूरी प्रकृति में ईश्वर का अंश है। मैंने जल ईश्वर को ही अर्पित किया। निर्वाण का य...
हमारा किया हुआ, हमारे पास लौट कर ज़रूर आता है। हमारा किया हुआ, हमारे पास लौट कर ज़रूर आता है।
इस तरह ग्रह नक्षत्रों के नाम पर दान करने से कुछ नहीं मिलने वाला है आंटी जी! इस तरह ग्रह नक्षत्रों के नाम पर दान करने से कुछ नहीं मिलने वाला है आंटी जी!
बच्चा दौड़ कर अपने लिए दो रोटी उठा लाया और बड़े संतुष्टि भाव से वह गाय की रोटी खा रहा था बच्चा दौड़ कर अपने लिए दो रोटी उठा लाया और बड़े संतुष्टि भाव से वह गाय की रोटी खा...