गाय की रोटी
गाय की रोटी
आज भी श्रद्धालु भक्त मन्दिर के बाहर खड़ी रहने वाली गायों को रोटियाँ डालने आया था। कुछ खाने की आस में खड़ा मैले-कुचले कपड़ों में एक छोटा बच्चा बड़ी आशा से आकर उसके पास खड़ा हो गया और रोटी पाने के लिए हाथ बढ़ाया। भक्त ने यह कहकर कि रोटियाँ कुत्तों के लिए है तुम्हारे लिए नहीं और रोटियाँ फेंककर चला गया। इससे पहले कि गाय रोटियों तक पहुंचे उन गिरी हुई रोटियों में से बच्चा दौड़ कर अपने लिए दो रोटी उठा लाया और बड़े संतुष्टि भाव से वह गाय की रोटी खा रहा था ।
इंसान रोटी को तरस रहा है पर लोग गाय कुत्ते को रोटी देकर पुण्य कमाने में लगे हैं ।
