Usha Shrivastava

Others

2  

Usha Shrivastava

Others

कुत्ते की रोटी

कुत्ते की रोटी

1 min
25



प्रतिदिन की तरह आज भी श्रद्धालु भक्त मन्दिर के बाहर कुत्तों को रोटियाँ डालने आया था! उसे देखकर मैले-कुचले कपड़ों में एक छोटा बच्चा बड़ी आशा से आकर उसके पास खड़ा हो गया और रोटी पाने के लिए हाथ बढ़ाया। भक्त ने यह कहकर कि रोटियाँ कुत्तों के लिए है तुम्हारे लिए नहीं और रोटियाँ फेंककर चला गया। इससे पहले कि कुत्ते रोटियों तक पहुंचे उन गिरी हुई रोटियों में से बच्चा दौड़ कर अपने लिए दो रोटी उठा लाया। बड़े संतुष्टि भाव से वह कुत्ते की रोटी खा रहा था ।  


Rate this content
Log in