आज भी आहिस्ता से नज़र पति के बटुए को ही ढूंढती है। आज भी आहिस्ता से नज़र पति के बटुए को ही ढूंढती है।
ट्रक के पिछले पहियों ने उसे कुचल दिया और उसका निर्जीव शरीर ट्रक के साथ घिसटता रहा l ट्रक के पिछले पहियों ने उसे कुचल दिया और उसका निर्जीव शरीर ट्रक के साथ घिसटता रह...
लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
अचानक एक ट्रकवाला धक्का मारकर बड़े ही तेज़ी से भाग गया । यह सब हादसा नेहा के आँखों के सामने हो रहा था... अचानक एक ट्रकवाला धक्का मारकर बड़े ही तेज़ी से भाग गया । यह सब हादसा नेहा के आँखो...