काश मैंने एतबार ना किया होता। काश मैंने एतबार ना किया होता।
अंधेरी काल कोठरी में किसी ने खिड़की खोल दी थी और उम्मीद की किरण आ रही थी। अंधेरी काल कोठरी में किसी ने खिड़की खोल दी थी और उम्मीद की किरण आ रही थी।
मैंने काल कोठरी में भगवान श्रीराम और हनुमान जी का स्मरण किया मैंने काल कोठरी में भगवान श्रीराम और हनुमान जी का स्मरण किया
उस फाँसी के फंदे से तीन बार कहती है कि मैं वापस आऊंगी आऊंगी आऊंगी उस फाँसी के फंदे से तीन बार कहती है कि मैं वापस आऊंगी आऊंगी आऊंगी
आखिर गांव की कोठरिया की भी देखभाल करने वाला कोई चाहिये कि नहीं आखिर गांव की कोठरिया की भी देखभाल करने वाला कोई चाहिये कि नहीं
तुम मुझे बहुत पसंद हो और मैं जब तुम्हें देखने आया था तभी मुझे तुमसे प्रेम हो गया था तुम मुझे बहुत पसंद हो और मैं जब तुम्हें देखने आया था तभी मुझे तुमसे प्रेम हो गया...