मीता ने नौकरीपेशा होकर भी सबकी ज़रूरतें पूरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, मीता ने नौकरीपेशा होकर भी सबकी ज़रूरतें पूरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी,
बेटियों को भी अपने फर्ज़ निभाने चाहिए और इसके लिए उन्हें इजाज़त मांगने की जरूरत नहीं पड बेटियों को भी अपने फर्ज़ निभाने चाहिए और इसके लिए उन्हें इजाज़त मांगने की जरूरत ...
समाज में जाति विरोध कम हो गया है। यह प्रगति शीलता के लक्षण है। समाज में जाति विरोध कम हो गया है। यह प्रगति शीलता के लक्षण है।
रमा और उसके पति ने उसे पढ़ाई में सहयोग देने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी, रमा और उसके पति ने उसे पढ़ाई में सहयोग देने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी,
समय भी गांव में घूमते मौज मस्ती में कब गुजर गया पता ही नहीं चला, समय भी गांव में घूमते मौज मस्ती में कब गुजर गया पता ही नहीं चला,