लेखन की प्रतिभा
लेखन की प्रतिभा
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जिंदगी की अंतरिम गहराइयों को पार करते हुए मीता ने नौकरीपेशा होकर भी सबकी ज़रूरतें पूरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन उसकी जरूरत कोई पूरी न कर सका।
उसने यादों के झरोखों के बॉक्स में बसे जज़्बातों का पिटारा खोल छिपी हुई लेखन की प्रतिभा निखारी।