वो इस दुविधा में थी कि यहाँ खुशी से अपना जीवन बिताये या फिर उसी पुरानी नीरस शहरी जिंदगी में फिर से च... वो इस दुविधा में थी कि यहाँ खुशी से अपना जीवन बिताये या फिर उसी पुरानी नीरस शहरी...
बड़े भाई को गुड़िया की मदद करते देख पहले तो दादी गुस्सा हुई फिर बाद में बोली, काश तेरे जैसा भाई मेरा ... बड़े भाई को गुड़िया की मदद करते देख पहले तो दादी गुस्सा हुई फिर बाद में बोली, काश ...
अब ठग का समस्त शस्त्र भण्डार समाप्त हो चुका था तो वो ठग चुप होकर बैठ गया। अब ठग का समस्त शस्त्र भण्डार समाप्त हो चुका था तो वो ठग चुप होकर बैठ गया।
या यूं कहिए कि, वो इशारे- इशारे में हमें कुछ बताना चाहते हैं और हम समझ नहीं पाते। या यूं कहिए कि, वो इशारे- इशारे में हमें कुछ बताना चाहते हैं और हम समझ नहीं ...
‘हर बार तू ही तो पढ़ती है रे, हमें भी कभी पढ़ने दिया कर’ ‘हर बार तू ही तो पढ़ती है रे, हमें भी कभी पढ़ने दिया कर’
पिता स्वरूप घर के आँगन का विशाल व छायादार वृक्ष आज गिर गया। पिता स्वरूप घर के आँगन का विशाल व छायादार वृक्ष आज गिर गया।