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‘हर बार तू ही तो पढ़ती है रे, हमें भी कभी पढ़ने दिया कर’ ‘हर बार तू ही तो पढ़ती है रे, हमें भी कभी पढ़ने दिया कर’
क्या हम दोनों में वाक़ई कभी प्यार था! क्या हम एक-दूजे को वाक़ई चाहते थे! क्या हम दोनों में वाक़ई कभी प्यार था! क्या हम एक-दूजे को वाक़ई चाहते थे!