आज भी खून की नदी में नहाया सूरज ,आज फिर उसकी रोशनाई में जमा खून है ,रूह सब एक ही रंग में ढल जाते हैं... आज भी खून की नदी में नहाया सूरज ,आज फिर उसकी रोशनाई में जमा खून है ,रूह सब एक ही...
ये ताबूत नहीं अमर गाथाएं हैं जो वीरों ने अपने खून से लिखी हैं और जिनकी शान में तिरंगा भी नत मस्तक है... ये ताबूत नहीं अमर गाथाएं हैं जो वीरों ने अपने खून से लिखी हैं और जिनकी शान में त...
इस कहानी में कैसे एक व्यक्ति आतंकवाद के चक्कर में फँस जाता है और बाद में उसके साथ क्या होता है... इस कहानी में कैसे एक व्यक्ति आतंकवाद के चक्कर में फँस जाता है और बाद में उसके सा...
दो पलों में मेरे पसीने छूट गये कि कौन सी गोली मिलनी थी भला बंदूक, पिस्टल, देसी कट्टा, अंग्रेजी दवा दो पलों में मेरे पसीने छूट गये कि कौन सी गोली मिलनी थी भला बंदूक, पिस्टल, देसी क...
नावेद ने सरेंडर कर दिया और अभी उसने कोई ऐसा काम भी नहीं किया था उसको कस्टडी में रखा गया। .... नावेद ने सरेंडर कर दिया और अभी उसने कोई ऐसा काम भी नहीं किया था उसको कस्टडी में ...
नावेद की आँखें फ़िर बंद होने लगी ......उठ मेरे यार आँखें मत बंद कर झंझोड़ कर फिर ऑंखें खोलवाता है नावेद की आँखें फ़िर बंद होने लगी ......उठ मेरे यार आँखें मत बंद कर झंझोड़ कर फिर...