।क्या अब हमारा देश इतना संस्कारहीन बेगैरत होता जा रहा है? ।क्या अब हमारा देश इतना संस्कारहीन बेगैरत होता जा रहा है?
"हमने जैसा बीज बोया था वैसी ही फसल तैयार हुई है और मुझे अपने बेटे पर गर्व है।" "हमने जैसा बीज बोया था वैसी ही फसल तैयार हुई है और मुझे अपने बेटे पर गर्व है।"
अच्छे संस्कार के कारण हम सभी भाई बहन की जिंदगी में बहुत खुशियां मिली। अच्छे संस्कार के कारण हम सभी भाई बहन की जिंदगी में बहुत खुशियां मिली।
अरे यार अब झूठ- मूठ मुझे मारो और इसे चुप करवाओ अरे यार अब झूठ- मूठ मुझे मारो और इसे चुप करवाओ
हर इंसान की जिंदगी में उसके आयु वर्ग का अपना महत्व होता है ! हर इंसान की जिंदगी में उसके आयु वर्ग का अपना महत्व होता है !
समाज से बहिष्कृत करने में भी जरा सा संकोच नहीं करते। समाज से बहिष्कृत करने में भी जरा सा संकोच नहीं करते।