मगनलाल का मन संसार से उठ गया और वो देश की सेवा करने के लिए फोज में भरती हो गए! मगनलाल का मन संसार से उठ गया और वो देश की सेवा करने के लिए फोज में भरती हो गए!
मुझे यकीन है, तुम आओगे। और में इंतज़ार कर रही हूँ। मैं यहीं मिलूंगी तुमको। तुम्हारे सपने के साथ...।" मुझे यकीन है, तुम आओगे। और में इंतज़ार कर रही हूँ। मैं यहीं मिलूंगी तुमको। तुम्ह...
एक स्त्री और दो फौजियों की कहानी, एक कथा जो प्रेम को भी छूती है और दोस्ती को भी। यूँ तो दोस्ती का रं... एक स्त्री और दो फौजियों की कहानी, एक कथा जो प्रेम को भी छूती है और दोस्ती को भी।...
माँ बहुत उदास है ,माँ गुमसुम है। माँ का बेटा फौज में है।सीमा पर तैनात हाड़ कँपकपाती ठंडी माँ बहुत उदास है ,माँ गुमसुम है। माँ का बेटा फौज में है।सीमा पर तैनात हाड़ कँपकपा...
पुनः फोन की घंटी बजी पुनः फोन की घंटी बजी
नावेद ने सरेंडर कर दिया और अभी उसने कोई ऐसा काम भी नहीं किया था उसको कस्टडी में रखा गया। .... नावेद ने सरेंडर कर दिया और अभी उसने कोई ऐसा काम भी नहीं किया था उसको कस्टडी में ...