I'm DrUsha and I love to read StoryMirror contents.
पुनः फोन की घंटी बजी पुनः फोन की घंटी बजी
फिर उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज वह आई.ए.एस. बन गया था। फिर उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज वह आई.ए.एस. बन गया था।