मगनलाल का मन संसार से उठ गया और वो देश की सेवा करने के लिए फोज में भरती हो गए! मगनलाल का मन संसार से उठ गया और वो देश की सेवा करने के लिए फोज में भरती हो गए!
कौनो बात नाही बचवा अगले साल इम्तिहान दे दिहा. कौनो बात नाही बचवा अगले साल इम्तिहान दे दिहा.
आखिर नई इम्तिहान का समय आ गया आखिर नई इम्तिहान का समय आ गया
"जिंदगी का इम्तिहान है, हँस कर देने में ही भला है।" कहते हुए लड़का वहाँ से चल पड़ा। "जिंदगी का इम्तिहान है, हँस कर देने में ही भला है।" कहते हुए लड़का वहाँ से चल पड़ा...
दुनिया की महफिल में छा जाने को, भरनी होगी सपनों की उड़ान।। दुनिया की महफिल में छा जाने को, भरनी होगी सपनों की उड़ान।।
राजा भी ऋषि को कुपित नहीं करना चाहता था राजा भी ऋषि को कुपित नहीं करना चाहता था