चला गया पीछे एक लंबा सा गहरा सन्नाटा छोड़ कर..... चला गया पीछे एक लंबा सा गहरा सन्नाटा छोड़ कर.....
सच बतऊँ देवदूत ऐसे ही होते हैं। सच बतऊँ देवदूत ऐसे ही होते हैं।
औरतों के त्रिया चरित्र पर टिप्पणी करती एक लघु कथा औरतों के त्रिया चरित्र पर टिप्पणी करती एक लघु कथा
लेखक: येव्गेनी चारूशिन अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: येव्गेनी चारूशिन अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
आज एक पत्नी होने का कर्ज उसे अपने बच्चे से अलग होकर चुकाना पड़ा। आज एक पत्नी होने का कर्ज उसे अपने बच्चे से अलग होकर चुकाना पड़ा।
लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास