manju gupta

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तीसरा दिन

तीसरा दिन

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लाकडाउन का तीसरा दिन 

27 मार्च 2020 , वाशी नवी मुंबई 

जी हाँ, आज लाकडाउन का तीसरा दिन है और नवरात्रे का भी तीसरा दिन है। कोरोना का अंधेरा देवी दुर्गा दूर करो। 

विकासशील देश भारत की 130 करोड़ जनसँख्या होने से विश्व आबादी में में दूसरे नमंबर पर है। विकसित देश अमेरिका, रूस आदि जैसी भारतवर्ष के पास मेडिकल तकनीक, सुविधा नहीं है। मेडिकल सुविधाओं की विस्तार की जरूरत है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी आर्थिक क्षमताओं के अनुसार रोगियों को कोरोना के कहर से बचाने के लिए पूरा मेडिकल के लिए आइसोलेशन वार्ड बढ़ाएं। सेना भी भारत सरकार के साथ सहयोग दे रही है।अहमदाबाद में आर्मी की मदद के लिए सोडियम क्लोराइड फैक्ट्री ने द्वार खोल के उदारता दिखाई। सोडियम क्लोराइड सफाई में काम आता है। यह संकट की घड़ी में अस्पतालों की मेडिकल के लिए सुविधाएँ सेनिटाइजिग की बढ़ाई हैं जिससे लोग सुरक्षित रहें।

डीआरडीओ सेनिटाइजर, मॉस्क, बना रहा है। 

लाकडाउन होने से मज़दूर वर्ग, गरीब वर्ग पैदल अपने गाँवों में जा रहा है। इन लोगों की भीड़ से ऐसी स्थिति में क्या कोरोना वायरस नहीं फैलेगा ? कोरोना के लिए सामाजिक दूरी होनी जरूरी है। घर में रह के लक्ष्मण रेखा को नहीं लांघना है। लाकडाउन तो फेल हुआ है। आज लॉक डाउन के तीसरे दिन देश में 798 कोरोना से संक्रमित पीड़ित लोग हैं।  वायरस समाज में रंग दिखा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में 1000 लोगों के लिए मेडिकल सुविधा की तैयारी करी है। स्वास्थ मंत्रालय ने देश में 10 हजार वेंटिलेटरस हैं और  30 हजार बनाने के लिए कदम उठाए हैं। स्वास्थकर्मियों का देश ऋणी है। डाक्टर, नर्स सुरक्षित हैं। तभी तो हम सुरक्षित रहेंगे। डॉक्टर कोरोना की महामारी में अपनी जान जोखिम में डाल के पीड़ितों की सेवा कर रहे हैं। 

इस बीमारी को 21 दिन के लॉकडाउन से नियंत्रण में कर रहे हैं। कोरोना की समस्या तो अभी रहेगी। अगर इटली वाली समस्या भारत में आ गयी तो मास्क की कमी हो जाएगी। डॉक्टरों के लिए  ट्रैक सूट, 95 मास्क की  कमी है। जिससे काम नहीं चलेगा। एक हेल्थ केयर की बीमारी से पूरे अस्तपाल को बंद कर देगी। पूरे मेडिकल कॉलेज को ट्रेंड करना होगा। भारत के पास आशा है। प्राइवेट अस्पतालों को आइसोलेशन बेड बनाने होंगे।

परिवार में, समाज में कोई भी व्यक्ति अपनी बीमारी के बारे में बताएँ। न कि छिपाएँ । मेडिकल कॉलिज को टेकओवर करना होगा। हमें क्वारण्टाइन पर फोकस करना होगा । हर राज्य सरकार इसके लिए काम करे ।

हमें इन चीजों जैसे सेनिटाइजर, मॉस्क आदि के लिए फेक्ट्री खोलनी होगा। यह समान चीन से आता था।

वैज्ञानिकों की रिसर्च से पता लगा है कि अगर कोरोना पर नियंत्रण नहीं किया तो करोड़ो लोग विश्व के मर जाएंगे।



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