# थैंक्यू टीचर "शिउली "
# थैंक्यू टीचर "शिउली "
मेरे जीवन में शिक्षकों की एक लम्बी सूची रही है जिसमें सबसे छोटी उम्र की शिक्षक हैं "मिस शिउली " जिन्होंने सिखाया है कि किसी के हाथ में अगर आपकी पसंदीदा चीज़ चली गई है तो उसके लिए रोए , चिल्लाएं नहीं बल्कि कोई दूसरी चीज़ उन्हें देकर अपनी पसंदीदा चीजें वापस मांगे, नम्रता और प्यार से। ऐसा उसने एक दो बार नहीं पचासों बार किया है। उसके लगभग अस्सी खिलौने में से एक डेजी ( गुड़िया ) उसे बेहद पसंद है। जिसके साथ सुबह की गुड मॉर्निंग के कहने के बाद दिन भर खाना , पीना , पढ़ना, लिखना और सोने तक वो लिए घूमती है। अक्सर हम लोग उसकी वो गुड़िया उठा लेते हैं और ऐसा एक बार भी नहीं हुआ कि उसने रोया, चिल्लाया या गुस्साया हो। दूसरे ही पल वो कोई दूसरा खिलौना या कुछ भी जो उस समय वहां उपलब्ध रहता है उठाकर पकड़ा देती है और अपनी पसंदीदा गुड़िया जिसे वो डेजी कहती है उसे मांगती है। यह बात हमने उसके डेढ़ वर्ष की उम्र से ही नोटिस किया था। तब वो बोलती नहीं थी बस दूसरा सामान पकड़ा कर अपनी डेजी को मांगती थी लेकिन अब वो बोलने लगी है स्कूल भी जाती है उसकी उम्र चालीस महीने अर्थात तीन वर्ष चार महीने होने को है। मैंने सैकड़ों बच्चे देखें हैं लेकिन ऐसा अद्भुत अनोखा बच्चा जीवन में पहली बार देखा है। इतनी छोटी उम्र में ऐसा व्यवहार समझ से परे है क्योंकि तब उसे कुछ सिखाया या समझाया भी नहीं जा सकता था। शायद उसके पिछले जन्म के संस्कार है। मैं उस बच्ची से बहुत प्रभावित हुई और उसे अपना शिक्षक माना बाकी लोगों को भी बताया है। सभी को इस बात पर हैरानी हुई उन्हें यकीन नहीं आया और उसे फिर से आजमाया गया मगर परिणाम एक ही आया। सैकड़ों बार उसके हाथ से कोई न कोई चीज़ छीनी जाती है और हर बार वो कुछ न कुछ उठाकर पकड़ाती है और तब वो अपनी चीज़ वापस लेती है। इसके अलावा एक और विशेषता है जो अनुकरणीय है वो यह कि वह अपनी चीजें ही इस्तेमाल करना चाहती है अपनी छोटी बहन के खिलौने, कपड़े , दूध की बोतल, तौलिया रूमाल और कम्बल बिल्कुल नहीं छूती है अगर गलती से किसी ने दे दिया तो वो कहती है नो इट्स फॉर बेबी सिस्टर। और अपनी ढाई महीने की छोटी बहन के पास रख देती है। मैंने सुना था कि जब दूसरा बच्चा गर में आता है तब पहला बच्चा असुरक्षित समझने लगता है और नये बच्चे से ईर्ष्या करने लगता है , उसकी हर चीज स्वयं लेना चाहता है मगर इन सभी पूर्व धारणा को खंडित करती हुई शिउली ने जो अपना व्यवहार दिखाया है वह अप्रत्याशित था।