"सीखना जारी है"
"सीखना जारी है"


अब मैं करीब 59 ईयर की हो गई हूँ लाॅकडाउन में हम बेटी के साथ आए थे। इन चार महीनों में मैनें अपनी बेटी और नातिन से आज के ज़माने के नई- नई चीज़ें सीखी अलग -अलग फ्लेवर की कभी वो दोनों केक बनाती है ब्राउनी,र्गालिक केटरपिलर ब्रेड सच में मज़ा आ जाता है। जब ओटीजी में सिकता है। तो क्या ख़ुशबू महकती है। इस उम्र में भी मैं नई चीज़ें सीख रही हूँ ब्रेड का डो बनाना। ईस्ट क्या होता है, केक के बनाने के नए- नए बिटर, केक के डेकोरेशन का गज़ब का सामन मेरी तो नज़रे खुली की खुली रह जाती हैं बेकिंग पाउडर,उससे कैसे मैदा फाॅरमेट होता है। कल तो हमने ईटालीयन फुकाशिआ ब्रेड बनाई और हाँ पिज़्ज़ा भी बनाया मैनें उन दोनों से आज के ज़माने के सारे पकवान सीख रही हूँ। कभी-कभी मैं भी अपने पुराने पकवान बनाकर खिलाती हूँ गुलाब जामुन ,सूजी का हलवा, खीर सेंवाईयां वाली कभी मुज़ाफ़िर केसरियाचावल, खोपरा पाक, बेसन पाक, मटन कोरमा, बिरयानी, हराचिकन , क़ीमा- मैथी, कोफ्ते , कबाब और मटन पुलाव सब कुछ देसी तरीक़े से हां गैस चल्हे ने आसान कर दिया है,कुकर ने सारे काम आसान कर दिए है| अरे आप लोगों से बातें करते -करते मुझे नातिन अभी ओटीजी में गार्लिक ब्रेड विथ चिकन फीलिंग बना रही है और सिकने की मस्त ख़ुशबू आ रही है मैं तो चली खाने आप सब फ्रेंड्स भी आ जाओ ज़्यादा मज़ा आएगा....!