Hansa Shukla

Others

4.7  

Hansa Shukla

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मेरे मन की भाषा हिंदी

मेरे मन की भाषा हिंदी

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मेरे मन की भाषा हिंदी,हम सबकी अभिलाषा हिंदी।

झरने के कलकल सी हिंदी,कोयल की मीठी कूक सी हिंदी।

मिट्टी की सोंधी महक सी हिंदी,मरुभूमि में बारिश सी हिंदी।

तुलसी,रहीम के दोहे में हिंदी,कबीर के सांखी में हिंदी। 

निराला,प्रसाद और पंत की हिंदी,गोदान,गबन,कर्मभूमि की हिंदी।

राष्ट्र गौरव की भाषा हिंदी,विजयगाथा की भाषा हिंदी, 

हम सबको जोड़ने वाली हिंदी,भारत के सर का ताज  हिंदी।

माँ की लोरी में है हिंदी,बाबा की झिड़की में हिंदी।    

नानी की कहानी में हिंदी,दादा के हर सीख में हिंदी भारत की पहचान है हिंदी,हम सबका अभिमान है हिंदी ,मेरे मन की भाषा हिंदी,हम सबकी अभिलाषा हिंदी।


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