चलती का नाम गाड़ी
चलती का नाम गाड़ी
नंदस्वर जो मुम्बई के छोटे से मकान में रहने वाला लड़का था जिसकी उम्र 28 साल थी जो किसी भी तरह की नौकरी नहीं करता था । लेकिन वह पीजी के लिए कमरे देता था जिससे उसको थोड़ा बहुत घर का खर्चा चल जाता था एक दिन उसके घर पर एक लड़की रहने आती जिसका नाम नदीशा था जो कॉलेज की लड़की थी वह दिखने में बहुत सुंदर और शरीफ लड़की थी। नंदस्वर अपने माता पिता के साथ रहता था। नदीशा पहले दिन सबके लिए चाय बनाती। सबके साथ बैठ कर बाते करती और कॉलेज चली जाती। धीरे धीरे नंदस्वर और नदीशा करीब आने लगे। और देर रात तक वह नदीशा के कमरे में रहता और दोनों हमबिस्तर हो जाते। नदीशा बोलती - चलो हम दोनों शादी कर लेते हैं तुम अपने घर वालों को बता दो मैं अपने घर वालों को शादी के बाद बताऊंगी क्योंकि मेरे घर वाले अकडू टाइप के हैं। नंदस्वर बोलता - मैं कुछ काम नहीं करता सब कैसे मैनेज होगा। नदीशा बोलती - मेरे पिता का बहुत बड़ा कारोबार है और मुंबई में खुद का होटल भी है और उस होटल से हर महीने दस लाख रुपए आते है वो तुम्हारे घर से मेरा कॉलेज पास पड़ता है इसलिए यहां रहने आ गई। नंदस्वर बोला - मैं अपने घर वालों से बात कर लेता हूं और जल्दी ही शादी कर लेते है। कुछ दिनों बाद नदीशा के पैसों से दोनों की शादी हो जाती। क्योंकि नंदस्वर के पास शादी के लिए इतना बजट नहीं होता। कुछ दिनों बाद नदीशा अपने घर वालों को बुलाती और बोलती - मैंने शादी कर ली और मैं यहीं रहूंगी नंदस्वर के साथ। नदीशा के पिता बोलते जो करना था कर लिया कोई बात नहीं अब आगे का सोचो वैसे भी तुम मेरी इकलौती लड़की हो लेकिन तुम इस छोटे से मकान में कैसे रहोगी. तो किसी तरह नदीशा के पिता प्रॉपर्टी डीलर के जरिए मुंबई में दो प्लॉट का इतजाम करवा देते एक प्लॉट में नदीशा और नंदस्वर रहते और दूसरे प्लॉट में उसके नंदस्वर के माता पिता रहते. नदीशा के पिता मुंबई से लेकर पूरे भारत मे कम से कम 500 होटल चलाते है जहां से करोड़ों रुपए आते थे. नंदस्वर को होटल से आए हुए आदे पैसे उसके पास आते थे ओर आदेश पैसे नदीशा के पास आते थे जिससे नंदस्वर और नदीशा की जिंदगी में पैसों को लेकर कोई भी विवाद न हो और ज्यादा से ज्यादा समय एक साथ बीता सके. और यूं ही दोनों अपनी जिंदगी का आनंद लेते रहे.
शिक्षा आपकी कमजोर जिंदगी कभी भी मजबूत हो सकती है.