ऐसी भी क्या निराशा,अभी बहुत जिंदगी पड़ी है, बहुत कुछ होता है जिंदगी में !
बढ़ती उम्र के साथ इंसान अपनी जिम्मेदारी और कंधे से बोझ कम करता जाता है।
अंतरा इस स्कूल में क्लास छठी कक्षा में पढ़ती है कल उसे स्कूल में ही फर्स्ट पीरियड आ गया
सपने, सपने जो हम देखते हैं सपने जो हमें दिखाए जाते हैं।
कितना भी खुश रह लो, फिर भी तुमको रुलाएंगी बातें।
दस पन्द्रह मिनट इंटरव्यू चला और मैंने आत्मविश्वास से सभी प्रश्नों के उत्तर दिए।