मुस्कान दबाए होठों से गई बिल्कुल सामने से सखिया थी तेरे संग मगर तेरा नजर टीका था मुस्कान दबाए होठों से गई बिल्कुल सामने से सखिया थी तेरे संग मगर तेरा नज...
भागते - दौड़ते आख़िरकार हम ठहर ही जाते हैं। भागते - दौड़ते आख़िरकार हम ठहर ही जाते हैं।
वो हमारी महफिल में आ गए है नज़रे उनसे बचती फिऱ रही है! वो हमारी महफिल में आ गए है नज़रे उनसे बचती फिऱ रही है!
ये हाल मेरे दिल का बताया नहीं जाता, ये इश्क़ है इसको यूँ जताया नहीं जाता। ये हाल मेरे दिल का बताया नहीं जाता, ये इश्क़ है इसको यूँ जताया नहीं जाता।