मेरी चीख भी किसी को सुनाई नहीं दी मां बहुत दर्द में थी मैं मेरी चीख भी किसी को सुनाई नहीं दी मां बहुत दर्द में थी मैं
इज्जत उन दरिंदों ने लूटी है मैंने नहीं पाप उन हैवानों ने किया है मैंने नहीं इज्जत उन दरिंदों ने लूटी है मैंने नहीं पाप उन हैवानों ने किया है मैंने नहीं
करो प्रतिज्ञा राम की गंगा कभी कहीं ना मैली हो करो प्रतिज्ञा राम की गंगा कभी कहीं ना मैली हो
यूँ बड़ी मैं क्यूँ हुई के सब लुटेरे बन गए यूँ बड़ी मैं क्यूँ हुई के सब लुटेरे बन गए