जिसे तुम परोसती हो सदा नेह में जिसे हम देखें नहीं तनिक संदेह में I जिसे तुम परोसती हो सदा नेह में जिसे हम देखें नहीं तनिक संदेह में I
प्यार भरी निगाहों से जब हम देखे, शर्मा के उसकी झुकती हैं आंखे , हर शाम को उसका सपनों में आना प्यार भरी निगाहों से जब हम देखे, शर्मा के उसकी झुकती हैं आंखे , हर शाम को उसका स...
देखने का नजरिया बदल के देख, कपड़ों से कुछ नहीं होता है, गिरती सोच का नतीजा होता है, देखने का नजरिया बदल के देख, कपड़ों से कुछ नहीं होता है, गिरती सोच का नतीजा...
महबूब ही बता सकता है कैसी उसकी महबूबा है। महबूब ही बता सकता है कैसी उसकी महबूबा है।
माया के लिए अंजान हो बुलाएं मौत का साया। माया के लिए अंजान हो बुलाएं मौत का साया।
पर नासमझ दुनिया समझती नहीं दिल से सुंदर ही बनाते संसार। पर नासमझ दुनिया समझती नहीं दिल से सुंदर ही बनाते संसार।