माया के लिए अंजान हो बुलाएं मौत का साया। माया के लिए अंजान हो बुलाएं मौत का साया।
कुछ अर्से बाद मानव होगा कठपुतली पशुओं का। कुछ अर्से बाद मानव होगा कठपुतली पशुओं का।
यह पिता भूले भटको का यह रक्षक आओ इसे प्रणाम करें प्रकृति का सम्मान करें। यह पिता भूले भटको का यह रक्षक आओ इसे प्रणाम करें प्रकृति का सम्मान करें।
मानव की जब उभर अनुवांशिकता आती, दिखती हैं पाश्विक युद्ध की विभीषिकाएं। मानव की जब उभर अनुवांशिकता आती, दिखती हैं पाश्विक युद्ध की विभीषिकाएं।
ऊँगली थाम नेह से तुमको जनक ने चलना सिखलाया। ऊँगली थाम नेह से तुमको जनक ने चलना सिखलाया।
प्यार और सम्मान सबको हमें देना होगा ! प्यार और सम्मान सबको हमें देना होगा !