इतना लड़ चुके हम, कट चुके हम अब तो गिनती भी दंगो की याद नहीं। इतना लड़ चुके हम, कट चुके हम अब तो गिनती भी दंगो की याद नहीं।
जाओ जल्दी जाओ और एक नई और बड़ी दियासलाई लेकर आओ। जाओ जल्दी जाओ और एक नई और बड़ी दियासलाई लेकर आओ।
पथ पर बिखरे पुष्प प्रेम के मानवता की बगिया हो आपस में भाईचारा हो दिल में क्यों तकरार हो रहा। पथ पर बिखरे पुष्प प्रेम के मानवता की बगिया हो आपस में भाईचारा हो दिल में क्यो...
बचपन न रहा तब सुखकर जब आया सन् पचहत्तर, क्रूरता की सीमा पार बचपन न रहा तब सुखकर जब आया सन् पचहत्तर, क्रूरता की सीमा पार