मशाल बन ओरों की तू क्यूँकि है बेमिसाल तू। मशाल बन ओरों की तू क्यूँकि है बेमिसाल तू।
बस जारी रखना है गति की अपने और पर कर जाना है ये 'अनजान सा सफर'। बस जारी रखना है गति की अपने और पर कर जाना है ये 'अनजान सा सफर'।
तेरे संग संग मैं चलूं तेरे रोम रोम में बसूं तेरे संग संग मैं चलूं तेरे रोम रोम में बसूं
सुकून मिल जायेगा मेरे इस दिल को, अब जल्दी से सामने आ ही जाइए। सुकून मिल जायेगा मेरे इस दिल को, अब जल्दी से सामने आ ही जाइए।
लम्हा लम्हा काटना मुश्किल सा हुआ जो हिम्मत की था मिसाल, वो बुजदिल सा हुआ .... लम्हा लम्हा काटना मुश्किल सा हुआ जो हिम्मत की था मिसाल, वो बुजदिल सा हुआ ....
जानूँ ! सारी !! मुझे देर हो गई !’ प्रीति पर्व की लो ढेरों बधाई !! जानूँ ! सारी !! मुझे देर हो गई !’ प्रीति पर्व की लो ढेरों बधाई !!