जो पौरुष मृत्यु को भी जीत लाता था, आज वही वीभत्स घटनाओं का क्यों आधार है ? जो पौरुष मृत्यु को भी जीत लाता था, आज वही वीभत्स घटनाओं का क्यों आधार है ?
एक इतिहास दिखता है अवशेषों में अवतरित.... एक इतिहास दिखता है अवशेषों में अवतरित....
भूमिका और सारांश भूमिका और सारांश
वक़्त की दी टीस, अब शायद वक़्त की भर पायेगा, वक़्त की दी टीस, अब शायद वक़्त की भर पायेगा,
बूंद बूंद में पाया ज्ञान ज्ञान का भंडार बूंद बूंद में पाया ज्ञान ज्ञान का भंडार
स्पर्श से तुम्हारे स्पंदित धरा , सारांश तुमसे ही है सारा। स्पर्श से तुम्हारे स्पंदित धरा , सारांश तुमसे ही है सारा।