चाहे हो कितने भी शिकवे, वो हर वक्त दुआएँ देते हैं। चाहे हो कितने भी शिकवे, वो हर वक्त दुआएँ देते हैं।
एक वो ही तो जिन्होंने देखा है मुझे, मेरी हर कमज़ोरी से लड़ते हुए एक वो ही तो जिन्होंने देखा है मुझे, मेरी हर कमज़ोरी से लड़ते हुए
थोड़ा तो रहम फूलों पर होता, उनको भी पैरों से कुचल गयी, थोड़ा तो रहम फूलों पर होता, उनको भी पैरों से कुचल गयी,
जिदंगी कितने इम्तिहान लेगी मेरी जिदंगी कितने इम्तिहान लेगी मेरी
उस दिन की बात अब मुझे किसी से नहीं कहनी है। उस दिन की बात अब मुझे किसी से नहीं कहनी है।
बदले मिले जख्मों की दवा कर रहा हूँ उनके सलामती की दुआ कर रहा हूँ। बदले मिले जख्मों की दवा कर रहा हूँ उनके सलामती की दुआ कर रहा हूँ।