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सात जन्म हैं रहते साथ दो संस्कृतियों पद पथ प्रदर्शन अजातशत्रु अनुकरणीय आचरण और व्यवहार दो कुलों का यह पावन संगम मुक्ति दे गम पावन संस्कार अनुकरणीय हो निज आचरण वचन निभाते आजीवन मानवता सदा कमाई जिज्ञासु-ज्ञान पिपासु रहें पाणिग्रहण दो आत्माओं का मिलन बहे प्रेम सरित समाज में उजियारा

Hindi सराहनीय-अनुकरणीय Poems