मैं छुआछूत का त्याग करूँ, ऐसी मेरी अभिलाषा है । मैं छुआछूत का त्याग करूँ, ऐसी मेरी अभिलाषा है ।
मैं भी किसी भूत से मिलना चाहता हूं "भूत कैसे बना" उससे जानना चाहता हूं । मैं भी किसी भूत से मिलना चाहता हूं "भूत कैसे बना" उससे जानना चाहता हूं ।
सुन रे प्राणी ! मन लगाकर भेद की बात कहूँ। गुजरा वक्त फिर न आवेगा प्रभु की शरण गहूँ।। सुन रे प्राणी ! मन लगाकर भेद की बात कहूँ। गुजरा वक्त फिर न आवेगा प्रभु की शरण...
हमारी भारत भूमि है विश्व में विशिष्ट। हमारी भारत भूमि है विश्व में विशिष्ट।