लेकिन वो लड़कियां, जो अधनंगी अधूरी सी, लम्बी-लम्बी टाँगें! लेकिन वो लड़कियां, जो अधनंगी अधूरी सी, लम्बी-लम्बी टाँगें!
बेटी बनकर जन्म लेती, बहू बनकर निखरती नारी। फिर बच्चे को जन्म देकर, माँ कहलाती समाज में नारी... बेटी बनकर जन्म लेती, बहू बनकर निखरती नारी। फिर बच्चे को जन्म देकर, माँ ...
अपने लिए लड़े तो दबाने में शान है खुद को दे दे तो वो बलिदान है अपने लिए लड़े तो दबाने में शान है खुद को दे दे तो वो बलिदान है
माँ जैसी ही दिखती थीं समृद्ध परिवार में जन्मी थी ससुराल में हवेली वाली थीं माँ जैसी ही दिखती थीं समृद्ध परिवार में जन्मी थी ससुराल में हवेली वाली थी...
रीति जगत की निभानी है क्योंकि हम भी संस्कारी, समाजिक प्राणी है। रीति जगत की निभानी है क्योंकि हम भी संस्कारी, समाजिक प्राणी है।
बिंदिया की चमक से मकान को शांति भवन बनाती हो। बिंदिया की चमक से मकान को शांति भवन बनाती हो।