उनको नमन करें हम श्रद्धा से सिर झुका कर, हम में भी जज़्बा हो वो, अपने वतन की ख़ातिर | उनको नमन करें हम श्रद्धा से सिर झुका कर, हम में भी जज़्बा हो वो, अपने वतन की ख़...
राम तो चेतना है समाज में सुधार की | राम जरुरत है हर युग की बात इतनी सी है सार की | राम तो चेतना है समाज में सुधार की | राम जरुरत है हर युग की बात इतनी सी है स...
जीते जी ही माता पिता की सेवा कर लो सच्चे श्राद्ध की बस यही पुकार है, मरने के बाद कौन जीते जी ही माता पिता की सेवा कर लो सच्चे श्राद्ध की बस यही पुकार है, मरने ...
तुम जानते हो श्रद्धा आदत है मेरी तुम जानते हो श्रद्धा आदत है मेरी
बुद्धं शरणं गच्छामि धम्मं शरणं गच्छामि। बुद्धं शरणं गच्छामि धम्मं शरणं गच्छामि।
श्रद्धा भाव ओत-प्रोत, सेवा में समर्पित हो, नित उठी मात-पिता, पद शीश नाइये। श्रद्धा भाव ओत-प्रोत, सेवा में समर्पित हो, नित उठी मात-पिता, पद शीश नाइये।