करने वालों को जग में काम हैं अपार, न करने वालों के पास, बहाने बेशुमार करने वालों को जग में काम हैं अपार, न करने वालों के पास, बहाने बेशुमार
भला करुंगी क्या अपना तन वापस पाकर कहो, अगर फिर हुई तिरस्कृत तो क्या होगा जिसने वचन भरे थे, उसने ही... भला करुंगी क्या अपना तन वापस पाकर कहो, अगर फिर हुई तिरस्कृत तो क्या होगा जिसने...