जीवन है एक बहती नदिया, हमको बस बहते जाना रे !....। जीवन है एक बहती नदिया, हमको बस बहते जाना रे !....।
भला करुंगी क्या अपना तन वापस पाकर कहो, अगर फिर हुई तिरस्कृत तो क्या होगा जिसने वचन भरे थे, उसने ही... भला करुंगी क्या अपना तन वापस पाकर कहो, अगर फिर हुई तिरस्कृत तो क्या होगा जिसने...