इक चिंगारी ने भी तमस को दूर भगाया, छोटी-सी आशा ने भी आकाश थमाया।। इक चिंगारी ने भी तमस को दूर भगाया, छोटी-सी आशा ने भी आकाश थमाया।।
भला करुंगी क्या अपना तन वापस पाकर कहो, अगर फिर हुई तिरस्कृत तो क्या होगा जिसने वचन भरे थे, उसने ही... भला करुंगी क्या अपना तन वापस पाकर कहो, अगर फिर हुई तिरस्कृत तो क्या होगा जिसने...