कच्ची पक्की सड़क हो चाहे, हो पगडंडी टेढ़ी संकरी । कच्ची पक्की सड़क हो चाहे, हो पगडंडी टेढ़ी संकरी ।
शोरगुल बहुत है, शांति बहुत कम है। शोरगुल बहुत है, शांति बहुत कम है।
होगी बुलंद आवाज़ तुम्हारी इस शोरगुल में भले ही, तुम मुझे कमज़ोर समझने की भूल मत करना। होगी बुलंद आवाज़ तुम्हारी इस शोरगुल में भले ही, तुम मुझे कमज़ोर समझने की भूल ...
न जाने यह दुनिया का मानव समुदाय, कुदरत से, खिलवाड़ काहे कर जाता है न जाने यह दुनिया का मानव समुदाय, कुदरत से, खिलवाड़ काहे कर जाता है