कहने के लिए हम कहते हैं कि आज के युग मेंसब के सब मित्र हैं ! कहने के लिए हम कहते हैं कि आज के युग मेंसब के सब मित्र हैं !
कोई साथ नहीं देता अपना हाथ नहीं देता। कोई साथ नहीं देता अपना हाथ नहीं देता।
इसीलिए निर्णय किया कि होना है शालीन मगर यह भी ध्यान रखूँगा होऊँ न रीढ़ विहीन मगर इसीलिए निर्णय किया कि होना है शालीन मगर यह भी ध्यान रखूँगा होऊँ न रीढ...
शालीन और अनुभवी दो नकाबपोश चेहरे आपके सामने हैं। शालीन और अनुभवी दो नकाबपोश चेहरे आपके सामने हैं।
मैंने बाबुल की झुकी पगड़ी को देखा, मेरे लिए उन्हें किसी के आगे झुकते देखा, मैंने बाबुल की झुकी पगड़ी को देखा, मेरे लिए उन्हें किसी के आगे झुकते देखा,