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जीवन अभाव दर्द पीडित हिन्दीकविता hindikavita 52weekswritingchallenge कृष्ण उग्र समग्र क्लांत हिंदी कविता अधिकार कर्तव्यों को विस्मृत कर तहस-नहस व्यग्र हो चिल्लाते न सुनें फरियाद खरोंच लम्हें जिंदगी के उफ! अब ये चाँद क्यों उदास है ? शायद इसको मिलन की पिपास है उत्सुकता है उस की इसे इसलिए व्यग्र है और ये उदास है ।

Hindi व्यग्र Poems