सरस्वती वीणा वादिनी मां अमृत मय रस जग भरें। मधुर मधुर वाणी मधुमय कर, कंठों राग कर्णप सरस्वती वीणा वादिनी मां अमृत मय रस जग भरें। मधुर मधुर वाणी मधुमय कर, कं...
वीणावादिनी , माँ बुद्धिदायिनी तव महिमा है अपरंपार ! वीणावादिनी , माँ बुद्धिदायिनी तव महिमा है अपरंपार !
मिले ज्ञान त्योहारों से और घूंजते रहे वीणा के सुर। मिले ज्ञान त्योहारों से और घूंजते रहे वीणा के सुर।
ज्ञान ज्योति के अनुपम दीपक से, झोली मेरी भर दे! मां झोली मेरी भर दे। ज्ञान ज्योति के अनुपम दीपक से, झोली मेरी भर दे! मां झोली मेरी भर दे।
वंदन-नमन-अभिनंदन बारम्बार करते हैं मां वीणा वादिनी को हम प्रणाम करते हैं। वंदन-नमन-अभिनंदन बारम्बार करते हैं मां वीणा वादिनी को हम प्रणाम करते हैं।
ज्ञान दायिनी,वीणा वादिनी,अब कर दो जग में उद्धार। ज्ञान दायिनी,वीणा वादिनी,अब कर दो जग में उद्धार।