सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
हंस वाहिनी, वीणा वादिनी मांतु शारदे।
पीड़ा मेरी हर दे! मां पीड़ा मेरी हर दे।
ज्ञान ज्योति के अनुपम दीपक से,
झोली मेरी भर दे! मां झोली मेरी भर दे।
हर ले अज्ञानता मां ज्ञान का प्रकाश कर दे,
मुख में तेरा वास रहे! मुझको ऐसा वर दे,मां ऐसा वर दे।
हंस वाहिनी, वीणा वादिनी मांतु शारदे।
ध्रुव, लव - कुश ,प्रहलाद बना दे,
मानवता का पाठ पढ़ा दे।
सती , सावित्री और दुर्गा को,
हर घर में भर दे! मां हर घर में भर दे।
निर्मल, शीतल , कोमल हृदय बना दे,
जीवन त्याग अमर कर दे! मां अमर कर दे।
हंस वाहिनी, वीणा वादिनी मांतु शारदे।