कितना रंगी है नज़ारा दूर का, रुप ने धरा है ये रुतबा हूर का। कितना रंगी है नज़ारा दूर का, रुप ने धरा है ये रुतबा हूर का।
तुम बिन अधूरी सृष्टि हमारी नमन हैं हे नारी शक्ति। तुम बिन अधूरी सृष्टि हमारी नमन हैं हे नारी शक्ति।
प्रेम के रूप अनेक प्रेम के अलग नाम बिन प्रेम के चल न पाये ये संसार। प्रेम के रूप अनेक प्रेम के अलग नाम बिन प्रेम के चल न पाये ये संसार।
पापा तो वो चांद है, जिसकी शीतल छाया हम पर हैं। पापा तो वो चांद है, जिसकी शीतल छाया हम पर हैं।
भद्र रुप धारिणी, जाँबाज हैं ये नारियाँ। भद्र रुप धारिणी, जाँबाज हैं ये नारियाँ।
प्यार तो खुद दूसरा रुप है रब का, दोनों को पाना कोई आसान काम नहीं। प्यार तो खुद दूसरा रुप है रब का, दोनों को पाना कोई आसान काम नहीं।