पलाश की महक और उसका रंग अनूठा सा आभास है पलाश की महक और उसका रंग अनूठा सा आभास है
कितना तड़पा आदमी यहाँ, सोचता कब जायेगा कोरोना, कितना तड़पा आदमी यहाँ, सोचता कब जायेगा कोरोना,