"राम, तू नेशनल कैंप के लिए सेलेक्ट हो गया। "राम, तू नेशनल कैंप के लिए सेलेक्ट हो गया।
ये शरीर अभी जिंदा है, पर इस संसार ने इसे मृत घोषित कर दिया,।। ये शरीर अभी जिंदा है, पर इस संसार ने इसे मृत घोषित कर दिया,।।
मेरी यह कविता जो हमारे जीवन के अंतर्द्वंद को दर्शाती हैं। मेरी यह कविता जो हमारे जीवन के अंतर्द्वंद को दर्शाती हैं।
उसके दिल में जोर जोर से गूंज रहा थीं, उसकी चीखें! उसके दिल में जोर जोर से गूंज रहा थीं, उसकी चीखें!
कर्म , कर्म और कर्म जीवित रहने का एक मात्र शस्त्र । कर्म , कर्म और कर्म जीवित रहने का एक मात्र शस्त्र ।
सदैव जागृत हूँ, मैं सुप्त नहीं I धैर्यवान हूँ, मैं अधैर्य नहीं I सदैव जागृत हूँ, मैं सुप्त नहीं I धैर्यवान हूँ, मैं अधैर्य नहीं I