एक माँ का उसके शिशु से जो निश्छल और ममतामय प्रेम होता है एक माँ का उसके शिशु से जो निश्छल और ममतामय प्रेम होता है
प्रेम भी एक बार मिथ्या हो जाए तुम्हारे सामने आख़िर तुम ब्रह्म ज्ञान सी अद्वितीय आराधना प्रेम भी एक बार मिथ्या हो जाए तुम्हारे सामने आख़िर तुम ब्रह्म ज्ञान सी अद्वित...