जो पत्थर ही रह गया सबने उसको ख़ुदा कर दिया है जो पत्थर ही रह गया सबने उसको ख़ुदा कर दिया है
तो क्या मैं तुम्हें याद कर रही थी तो क्या मैं तुम्हें याद कर रही थी
यथार्थ मृत्यु से क्या छिपना ? यथार्थ मृत्यु से क्या छिपना ?
इश्क ने है जान ले ली कई किशोरों की, इश्क ने है जान ले ली कई किशोरों की,
जब ये दिल सिर्फ तेरे लिए तड़पता था अब तो इस जालिम ने भी तड़पना छोड़ दिया है। जब ये दिल सिर्फ तेरे लिए तड़पता था अब तो इस जालिम ने भी तड़पना छोड़ दिया है।
भंवर कहीं तो अंदर ही है शायद! किसी झोंके के इंतज़ार में!! चलता जाता हूँ मैं फिर शायद! कहीं मिल ... भंवर कहीं तो अंदर ही है शायद! किसी झोंके के इंतज़ार में!! चलता जाता हूँ मैं ...