पता है तमाम जिंदगी यहां खुद को ही करना है संघर्ष, पता है तमाम जिंदगी यहां खुद को ही करना है संघर्ष,
किसके दम पर दबंगई करता है। किसके दम पर दबंगई करता है।
रूक जाओ तुम वहीं, यहॉं एक पहरेदार खड़ा है। रूक जाओ तुम वहीं, यहॉं एक पहरेदार खड़ा है।
मैं भी काम करना चाहता हूँ बेरोजगार से कमाऊं बनना चाहता हूं। मैं भी काम करना चाहता हूँ बेरोजगार से कमाऊं बनना चाहता हूं।
ग़ुरूर हो तुम…. हमारी नींदों के बेखौफ होने का. ग़ुरूर हो तुम…. हमारी नींदों के बेखौफ होने का.