सच तो है, कि मैं गुलाम हूं अपने दायरे में रुका, इक गुलाम हूं।। सच तो है, कि मैं गुलाम हूं अपने दायरे में रुका, इक गुलाम हूं।।
उसने कहा-रुक मैं तुझे मेरे पंख देता हूँ, उसने कहा-रुक मैं तुझे मेरे पंख देता हूँ,
दूरकर पाखंड सारे, चल पड़ी ये बेटियां | इंसान है कि जो भूल थी, वह सुधारती हैं बेट दूरकर पाखंड सारे, चल पड़ी ये बेटियां | इंसान है कि जो भूल थी, वह सुध...
उन्हें अपने अज्ञात शोषित होने कि समय सीमा का ज्ञात हो जायेगा। उन्हें अपने अज्ञात शोषित होने कि समय सीमा का ज्ञात हो जायेगा।
संस्कार की बेड़ियां पैरो में बांध के हर बेटी बैठ जाती है घरो में ! संस्कार की बेड़ियां पैरो में बांध के हर बेटी बैठ जाती है घरो में !
घुट-घुट जीती रही मैं, तड़प-तड़प मरती रही मैं, खुशियों को बरसों तलक तरसती रही मैं, पर अब बेड़िय... घुट-घुट जीती रही मैं, तड़प-तड़प मरती रही मैं, खुशियों को बरसों तलक तरसती रही...