बूढी होने पर आप कैसा दिखना चाहेंगे...? अपनी माॅं की तरह ही...? बूढी होने पर आप कैसा दिखना चाहेंगे...? अपनी माॅं की तरह ही...?
रहने लगी कुटिया बनाकर पेट भरती जैसे-तैसे कमाकर! रहने लगी कुटिया बनाकर पेट भरती जैसे-तैसे कमाकर!
दूर जा के बस गए हो तुम ! अपनों को भूल गए हो तुम !! दूर जा के बस गए हो तुम ! अपनों को भूल गए हो तुम !!
आँखें है सुनसान राहों को तकतीजैसे किसी की बाट हो तकती! आँखें है सुनसान राहों को तकतीजैसे किसी की बाट हो तकती!