जिसे देखकर बहुत ख़ुशी होती है जिसे याद करके आँखें सोती हैं जिसकी मुस्कान दिल को तसल्ली जिसे देखकर बहुत ख़ुशी होती है जिसे याद करके आँखें सोती हैं जिसकी मुस्कान दि...
भावनाओं के इस बंधन में, मैं भी खुद को बाँध रहा, भावनाओं के इस बंधन में, मैं भी खुद को बाँध रहा,
ज्ञानपीठ पुरुस्कार से सम्मानित करते हैं ज्ञानपीठ पुरुस्कार से सम्मानित करते हैं
सपने बुनता हूँ, मगर कहीं, पिरोता नहीं सपने बुनता हूँ, मगर कहीं, पिरोता नहीं